*जावर।।* नौ दिनों से चल रही गणगौर उत्सव की धूूम रविवार रात थम गई। माता को गणगौर गीतों के साथ विदाई दी गई। आज गिट्टी खदान पर पुरुष बच्चे और महिलाएं एकत्र हुए। गिट्टी खदान पर कालू फोवाजी के यहां भंडारे के बाद पंडित बलिराम भटोरे जी पंडित राजू भटोरे जी और पंडित जगदीश भटोरे जी पंडित अरुण भटोरे जी के द्वारा विशेष पूजा अर्चना की गई। इसके पश्चात जोड़ों ने सिर पर गणगौर माता की मूर्ति लिए भजनों के साथ और गणगौर माता के गीतों की धुन पर महिलाएं गणगौर गीत गाती हुए बड़ी माता मंदिर के पास नवनिर्मित गणगौर घाट पहुंची। यहां विशेष पूजा अर्चना की गई और नम आंखों से माता की विदाई की रस्म को निभाई गिट्टी खदान निवासी कालू फुआजी ने मन्नत के चलते माता को अपने घर रथ बवड़ा कर माता को रोका था। आज माता की विधिविधान से विदाई रस्म कर नम आंखों से उन्होंने विदाई दी। हजारों की संख्या में जमा हुए बड़ी माता मंदिर के पास लोग जमा हुए और गणगौर माता का पूजन किया। इसके बाद नम आंखों से विदाई दी गई। ज्वारों को गले मिलाया और उन्हें विसर्जित किया गया। सरपंच अमित मालवीय जनपद सदस्य प्रतिनिधि दीपक यादव ने कहा कि आने वाले समय में गंगौर घाट का सौंदरीकरण कर ओर प्रयास रहेगा कि यहां सारी व्यवस्थाएं की जाए। बड़ी माता मंदिर पर सभी को धानी का प्रसाद वितरित किया गया।
जावर थाना पुलिस स्टाफ भी विसर्जन के समय व्यवस्थाओं में रहा।