Mon. Sep 16th, 2024

मनरेगा में मशीनों से कराया जा रहा काम जवाबदार है मोन

खंडवा।। मजदूरों के लिए वरदान साबित होने वाली मनरेगा योजना के अंतर्गत कूप निर्माण, तालाब निर्माण और अन्य कार्य ग्राम पंचायतों में चालू किए गए थे‌ जिससे मजदूरों को काम मिल सके और वह अपने परिवार का पालन पोषण कर सकें। लेकिन ग्राम पंचायत और अधिकारियों की मिलीभगत के चलते मनरेगा योजना कमाई का जरिया बन मनरेगा योजना घोटाले की भेंट चढ़ती नजर आ रही है। लेकिन इसके बावजूद अधिकारी कार्रवाई के नाम पर भ्रष्टाचार करने वालो को संरक्षण देने में लगे हुए हैं।

खंडवा जिले में मनरेगा योजना में जेसीबी से हो रहा कामदरअसल, ग्रामीण स्तर पर शासन की महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना में जनपद के उपयंत्री और कर्मचारियों द्वारा ग्राम पंचायत सावखेड़ा में मनरेगा योजना तालाब निर्माण में जेसीबी मशीन से काम कर मनरेगा योजना की राशि का मिलीभगत करके बंदरबांट किया जा रहा है। वहीं शासन को लाखों रुपए का चूना लगाकर गरीबों के हक पर डाका डाला जा रहा है।

खंडवा जनपद के तहत आने वाली ग्राम पंचायत सावखेडा में मनरेगा अंतर्गत किए जा रहे निर्माण कार्य में जेसीबी मशीन का उपयोग ग्राम पंचायत सचिव सरपंच एवं उपयंत्री की मिलीभगत से किए जाने और वहां से मिट्टी एक ठेकेदार को बेचने के आरोप ग्रामीणों द्वारा लगाए जा रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि यहां से डंपरों से मिट्टी रोड पर डाली जा रही है। का कहना था कि पंचायत में मिट्टी हमें बची है। मनरेगा के तहत कराए जाने वाले निर्माण कार्य में मशीनों का उपयोग किया जाना पूर्णता नियम के विरुद्ध है। इसके बावजूद भी निर्माण कार्य में मशीनों का उपयोग तहसील की कई ग्राम पंचायतों में किया जा रहा है।

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