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जल गंगा संवर्धन अभियान कलेक्टर मऊगंज अजय श्रीवास्तव की पहल पर तालाब जीर्णोद्धार हेतु जन सहभागिता के बढ़े कदम

रिपोर्ट बेटू तिवारी मऊगंज।।जन सहभागिता से लोगों के कदम बढ़े तो कोई भी मंजिल दूर नहीं होती। इसका उदाहरण देखना हो तो मऊगंज जिले के हनुमना विकासखंड अंतर्गत आने वाले गणेश धाम बरांव स्थित प्राचीन तालाब तक जाना होगा। तालाब के जीर्णोद्धार हेतु शासकीय योजना से मंजूर की गई राशि के साथ-साथ जन सहयोग से जीणोद्धार किए जा रहे तालाब का वर्तमान स्वरूप देख बरबस ही मन खिल जाता है। जिसका वर्तमान स्वरूप देखने कलेक्टर मऊगंज अजय श्रीवास्तव शुक्रवार को ग्राम पंचायत बरांव स्थित श्री गणेश धाम पहुंचे और तालाब की नवीन संरचना देख जन सहयोगियों एवं पंचायत के सरपंच तथा कर्मचारियों को बेहतर कार्य के लिए साधुवाद दिए। बता दें कि गणेश धाम स्थित रानी तालाब के जीर्णोद्धार हेतु जन सहयोग के बढे कदम की कहानी भी विशेष है। दरअसल प्रकृति एवं पर्यावरण पर विशेष रुझान रखने वाले कलेक्टर मऊगंज अजय श्रीवास्तव गत चार माह पूर्व नवगठित मऊगंज जिले के प्राचीन धरोहरों का जायजा लेने श्री गणेश धाम बरांव पहुंचे थे। जहां मंदिर परिसर स्थित प्राचीन तालाब का जायजा लिए। उस दौरान तालाब लता कचरो से पटा था। कलेक्टर श्री श्रीवास्तव आम ग्रामीणों के बीच बैठकर प्रसिद्ध गणेश धाम स्थित प्राचीन तालाब रूपी धरोहर को नया रूप देने के लिए आम जनमानस से आगे आने की पहल किए। कलेक्टर मऊगंज अजय श्रीवास्तव की पहल पर तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए लोग आगे बढ़े। और उसी दिन जिलाधीश की उपस्थिति में तालाब की साफ सफाई हेतु श्रमदान भी किया। कलेक्टर मऊगंज की पहल से ग्रामीण जनों का हौसला बढ़ा और तालाब के पुनर्जीवन के लिए जन सहयोग से 1 लाख 75 हजार रुपए एकत्रित किए गए। जन सहयोग मिला तो तालाब के कायाकल्प का काम प्रारंभ हो गया।आज की स्थिति में तालाब के सौंदर्यीकरण का कार्य तीव्र गति से जारी है।
नमामि गंगे अभियान के तीसरे दिन 7 जून शुक्रवार को कलेक्टर मऊगंज अजय श्रीवास्तव तालाब का जायजा लेने पहुंचे और तालाब जीर्णोद्धार हेतु चल रहे बेहतर कार्य के लिए समाजसेवियों एवं सरपंच सचिव की हौसला अफजाई किए। इस दौरान कलेक्टर श्री श्रीवास्तव ने कहा कि जन सहभागिता से लोगों के कदम बढ़े तो कोई भी मंजिल दूर नहीं होती। उन्होंने कहा कि आज हमारे पास पर्यावरण की विकट समस्या खड़ी है। 5 साल पूर्व की तुलना की जाए तो आज की स्थिति में जल स्तर काफी नीचे जा चुका है। तापमान डेढ़ गुना बढ़ चुका है। यदि समय रहते प्रकृति का संतुलन बनाए रखने के लिए अपनी सुरक्षा स्वयं करते हुए पौधारोपण और जल स्रोतों की सुरक्षा नहीं की गई तो आने वाला कल बहुत कठिन होगा। कलेक्टर श्री श्रीवास्तव ने कहा कि हमें बड़े बुजुर्गों की परंपरा अनुसार चलते हुए जन सहभागिता से कार्य करना होगा। पुराने कुआ तालाब बावली आदि की साफ सफाई करने के लिए शासन की प्रतिक्षा की जगह खुद एकजुट होना होगा। ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने होंगे। उन्होंने कहा कि सिर्फ पौधे लगाने से ही काम नहीं चलेगा बल्कि लगाए गए पौधों की सुरक्षा भी करनी होगी। जितना हम प्राकृतिक जल को रोकेंगे उतना ही जल धरती में समाहित होगा और वही जल हमारे लिए काम आएगा। ध्यान रखें प्राकृतिक संपदा हो या खाद्य सामग्री यदि उसके उत्पादन की व्यवस्था नहीं करेंगे तो स्टोर में रखी हुई कोई भी वस्तु चाहे वह पानी हो या पौधे ज्यादा दिन तक हमारे काम नहीं आएंगे। इसलिए एक जुट होकर सभी आगे बढ़े और जल संरक्षण एवं संवर्धन में अपना योगदान दें। कलेक्टर श्री श्रीवास्तव ने कहा कि श्री गणेश धाम स्थित रानी तालाब में आवश्यकता अनुसार पक्के घाट बनाए जाएंगे साथ ही पौधारोपण किया जाएगा। कलेक्टर श्री श्रीवास्तव ने मौके पर उपस्थित सहायक यंत्री एवं पंचायत के कर्मचारियों को निर्देश दिए की तालाब में बरसात का पानी पहुंचने की उत्तम व्यवस्था की जाए जिससे तालाब पूरे 12 माह पानी से लबालब भरा रहे। इस दौरान अपर कलेक्टर अशोक कुमार ओहरी एसडीएम हनुमना राजेश मेहता तहसीलदार एवं जनपद पंचायत हनुमना के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सहायक यंत्री सहित सरपंच सचिव जनप्रतिनिधि एवं समाजसेवी उपस्थित रहे।

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